Thursday, January 23 2025
Home
About Us
Contact Us
Send News
Join Reporter
Privacy Policy
Terms & Conditions
Search for
Random Article
Log In
WhatsApp
Telegram
Instagram
YouTube
Twitter
Facebook
Menu
Home
ताज़ातरीन
प्रदेश
उत्तर प्रदेश
उत्तराखंड
बिहार
झारखंड
उड़ीसा
गुजरात
छत्तीसगढ़
पंजाब
मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
राजस्थान
हरियाणा
देश
दुनिया
राजनीति
क्राइम
खेल
शिक्षा
स्वास्थ्य
आम मुद्दे
लाइफस्टाइल
बिजनेस
मनोरंजन
एग्रीकल्चर
विडियो
E-Paper
Log In
ताज़ातरीन
Bureau Report
6 days ago
1,225
(no title)
https://hardoitv10news.com/wp-content/uploads/2025/01/VID_20250115_190249_805.mp4
Bureau Report
1 week ago
1,248
और वो मौत बेचते हैं। मौत की डोर चाईनीज़ मांझा
Bureau Report
1 week ago
1,265
*मौत की डोर चाइनीज मांझा* जानिए ये कितना खतरनाक? फिर भी धड़ल्ले से कैसे बिक रहा मौत की डोर चाइनीज मांझा… जानिए ये कितना खतरनाक? फिर भी धड़ल्ले से कैसे बिक रहाचाइनीज मांझा पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है. इसे खरीदने और बेचने वालों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 15 के तहत 5 साल तक की सजा और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना है, मौत की डोर चाइनीज मांझा… जानिए ये कितना खतरनाक? फिर भी धड़ल्ले से कैसे बिक रहा नई दिल्ली: हर साल 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है. आसमान पर उड़ती रंग-बिरगी पतंगें जहां खुशियां देती हैं. वही, इस पतंग की डोर किसी की मौत की वजह भी बन जाती है. हर साल मकर संक्रांति के आस-पास चाइनीज मांझे से मौत की घटनाएं सामने आती हैं. प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्रतिबंधित चाइनीज मांझे का इस्तेमाल जारी है. आइए समझते हैं आखिर चाइनीज मांझा क्या है? ये इतना खतरनाक कैसे? भारत में चाइनीज मांझे को लेकर क्या है प्रतिबंध:- क्या है चाइनीज मांझा? पतंग उड़ाने के लिए ज्यादातर चाइनीज मांझे का इस्तेमाल होने लगा है. ये प्लास्टिक और धातु के मिश्रण से बना होता है. चाइनीज मांझा सामान्य मांझे की तुलना में काफी धारदार होता है. ये इलेक्ट्रिक कंडक्टर होता है, जिसका मतलब ये है कि चाइनीज मांझे में करंट आने का खतरा रहता है. ये मांझा आसानी से टूटता भी नहीं है. यही कारण है कि इसमें फंसने के बाद कई पक्षी और इंसानों की मौत तक हो जाती है. करीब दशक भर पहले तक चाइनीज मांझा नेपाल के रास्ते भारतीय बाजार में आता था. उसपर प्रतिबंध तो लग गया, लेकिन शहर-शहर इसकी फैक्ट्री खुल गई. दिल्ली : चाइनीज मांझे ने छीनी पक्षियों की आजादी, 15 दिन के भीतर 277 पक्षियों को बचाया गया कैसे तैयार होता है ये मांझा? चाइनीज मांझे को कुछ लोग प्लास्टिक का मांझा भी कहते हैं. चाइनीज मांझा दूसरे मांझों की तरह धागों से तैयार नहीं किया जाता. इसे नायलॉन और मैटेलिक पाउडर से बनाया जाता है. इसमें एल्युमिनियम ऑक्साइड और लेड मिलाया जाता है. इसके बाद इस मांझे पर कांच या लोहे के चूरे से धार भी लगाई जाती है, जिस वजह से ये मांझा और भी घातक हो जाता है. ये मांझा प्लास्टिक की तरह लगता है और स्ट्रेचेबल होता है. जब हम इस मांझे को खींचते हैं, तो ये टूटने की बजाय और बड़ा हो जाता है. जब इस मांझे से पतंग उड़ाई जाती है, तो इसमें कुछ अलग कंपन पैदा होता है. भारत में चाइनीज मांझे पर क्या है बैन? चाइनीज मांझा पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है. इसे खरीदने और बेचने वालों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 15 के तहत 5 साल तक की सजा और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है. भारतीय न्याय संहिता की धारा 188 के तहत 6 महीने तक की सजा या जुर्माना हो सकता है. पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 के तहत 50,000 रुपये तक का जुर्माना और 5 साल की सजा का प्रावधान है. जिला प्रशासन और पुलिस चीनी मांझा बेचने वालों पर छापेमारी करती है. पकड़े जाने पर तुरंत गिरफ्तार भी किया जा सकता है. इसके बाद भी चाइनीज मांझे का इस्तेमाल जारी है. दिल्ली : चाइनीज मांझा बेच रहे 7 लोग गिरफ्तार, बच्ची की मौत के बाद हरकत में आई पुलिस कहां-कहां बैन है चाइनीज मांझा? दिल्ली में साल 2017 से ही चाइनीज मांझे पर बैन है. इसके अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत चाइनीज मांझे की बिक्री और इस्तेमाल दोनों पर बैन है. दिल्ली हाईकोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी NGT ने अलग-अलग समय में साफ कहा है कि पतंगबाज केवल कॉटन के धागे से ही पतंग उड़ा सकते हैं. बावजूद इसके दुकानदार चाइनीज मांझे की बिक्री करते हैं…और हादसे भी होते रहते हैं. फिर भी कैसे होती है बिक्री? दिल्ली के कॉलोनियों में मांझा की अवैध बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. खासकर वो जगह जो मुख्य दिल्ली से दूर और अवैध इलाके हैं. चाइनीज मांझे की डिमांड ज्यादा है. उस पर बचत भी अधिक होती है. ये मांझा 200 से 1000 रुपये तक आसानी से बिक जाता है. कई बार तो इस मांझे के लिए कस्टमर 300 के बजाय 800 से 1000 रुपये तक देने को राजी हो जाते हैं. चाइनीज मांझे ने ली 6 साल के मासूम की जान, प्रतिबंध के बावजूद बिक रही ‘मौत की डोर’ चाइनीज मांझे से होते हैं कैसे हादसे? -मध्य प्रदेश के बैतूल में चाइनीज मांझे की चपेट में आकर एक डॉक्टर की नाक कट गई. उनकी नाक पर 10 टांके लगाने पड़े. -मध्य प्रदेश के ही धार में चाइनीज मांझा में फंसकर एक युवक का गला कट गया. किसी तरीके से उसकी जान बच पाई है. -राजस्थान के चूरू में चाइनीज मांझे की वजह से एक बाइक सवार का गला कट गया. ये तीनों हादसे बीते 24 घंटे के अंदर हुए. -दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कांस्टेबल शाहरुख ड्यूटी पर थे. मोटरसाइकिल से जा रहे थे. तभी गले में मांझा फंस गया. वह वहीं गिर गए. तड़प-तड़कर उनकी मौत हो गई. -जनवरी 2024 में हैदराबाद में ड्यूटी पर जा रहा सेना का एक जवान चाइनीज मांझे की चपेट में आया. उनकी मोटरसाइकिल गिर गई. जवान की मौके पर ही मौत हो गई. -इसी तरह दिसंबर 2023 में मध्य प्रदेश के धार में पिता के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहे बच्चे की चाइनीज मांझे की चपेट में आकर मौत हो गई. पतंग का मांझा बच्चे की गर्दन में फंस गया था. -जुलाई 2022 में ऐसा ही एक हादसा दिल्ली में हुआ. हैदरपुर फ्लाईओवर पर 30 साल के एक युवक की मौत हो गई. वो मोटरसाइकिल से घर जा रहा था. चाइनीज मांझे से उसका गला कट गया. -चाइनीज मांझे से इंसानों से ज्यादा खतरा परिंदों को है. पक्षियों का तो काम ही उड़ना है, लेकिन चाइनीज मांझा इतना खतरनाक है कि पक्षी तक उससे सुरक्षित नहीं हैं. दिल्ली पुलिस का ‘किलर मांझे’ के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन, 12143 रोल बरामद, 4 आरोपी गिरफ्तार चाइनीज मांझे से बचने के लिए कौन सी सावधानियां जरूरी? -बाइक सवार लोगों को हेलमेट पहनने और चेहरे को पूरी तरह से कवर करने की सलाह दी जाती है. -बाइकर्स को एंटी-चाइनीज मांझा गार्ड लगाना चाहिए. – बच्चों को भी चाइनीज मांझा ना छूने से बचाने की सलाह दें. -पैदल चलते समय सतर्क रहना चाहिए और गर्दन को स्कार्फ से ढकना चाहिए. अक्सर इस मांझे से इंसान का गला ही कटता है.
Bureau Report
2 weeks ago
1,230
*चाइनीज मांझे से सिपाही की गर्दन कटकर लटकी:* सड़क पर तड़प-तड़पकर मौत; शाहजहांपुर में ड्यूटी पर जा रहा था ~~~~~~~~~~ शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से एक पुलिस कॉन्स्टेबल की गर्दन कट कर लटक गई। कॉन्स्टेबल शाहरुख हसन की मौत हो गई। अमरोहा के रहने वाले शाहरुख पुलिस लाइन से किसी काम से बाइक पर जा रहे थे, तभी उनकी गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया। घटना चौक कोतवाली क्षेत्र के अजीजगंज की है। मांझे से गर्दन कटने के बाद शाहरुख बाइक से सड़क पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने तुरंत कॉन्स्टेबल को राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक चाइनीज मांझे के कारण हुई, जो कई बार जानलेवा साबित होता है। प्रत्यक्षदर्शी सुमित दीक्षित ने बताया कि मैं दुकान के सामने खड़ा था। कॉन्स्टेबल बाइक से जा रहे थे, तभी एक तरफ पतंग कटकर आई। एक लड़के ने पतंग तोड़ ली और मांझा छोड़ दिया। मांझा सिपाही की गर्दन में लिपट गया। तभी किसी दूसरे बच्चे ने दूसरे छोर से मांझा खींच लिया। सिपाही ने दूसरे हाथ से मंझा छुड़ाने की कोशिश की। लेकिन तब तक पूरी गर्दन कट गई और सिपाही बाइक से नीचे सड़क पर गिर पड़े। कुछ सेकेंड में उनकी मौत हो गई।
Bureau Report
3 weeks ago
1,253
कितना नुक़सान कितना फायेदा AI तकनीक का …
Bureau Report
3 weeks ago
1,270
होटल के कमरे में मिली मां और चार बहनों की लाश सूचना के बाद मौके के पहुंची पुलिस
Bureau Report
3 weeks ago
1,254
(no title)
Bureau Report
3 weeks ago
1,234
फतेहपुर खागा की घटना पर APCR की सक्रियता
Bureau Report
4 weeks ago
1,289
विवादों में घिरी , नगरपालिका शाहाबाद।
Bureau Report
17/12/2024
1,263
आफताब रौशन व मुखिया प्रत्याशी इलियास हुसैन ने फीता काटकर किया उद्घाटन
Next page
Hardoi TV 10 News
Home
ताज़ातरीन
प्रदेश
देश
दुनिया
मनोरंजन
स्वास्थ्य
बिजनेस
क्राइम
गैजेट्स
राजनीति
लाइफस्टाइल
विडियो
Send News
Join Reporter
Donate Us
About Us
Contact Us
E-Paper
Close
Search for
Close
Log In
Forget?
Remember me
Log In